-लेखक-डॉ ० वीरेन्द्र सिंह यादव का परिचय यहाँ देखें-बाल श्रम की संकल्पना, अवरोधक तत्व, संवैधानिक प्रावधान एवं निराकरण के उपाय-आजादी के बाद से भारत में पिछले लगभग छः दशकों के निरंतर योजना, कल्याणकारी कार्यक्रमों, विधि निर्माण और प्रशासनिक कार्यों के उपरान्त भी हमारे यहाँ अधिकांश बच्चे दुःख और कष्ट में रह रहे हैं।